Success Story in Hindi of Sundar Pichai, Steve Jobs, Jeff Bezos
Success Story in Hindi of Sundar Pichai, Ratan Tata, Jeff Bezos
Hello! दोस्तों आप सभी का Inkhindi.com पर स्वागत हैं। सफलता पाना हर व्यक्ति की प्राथमिक इच्छा होती हैं, हर कोई चाहता है कि वो भी एक सफल व्यक्ति बन सकें। लेकीन सफलता हासिल करना इतना आसान काम नहीं है, सफल बनने के लिए हमें , सफल व्यक्ति के जीवन चरित्र पढ़ने चाहिए। जब किसी महान व्यक्ति की सफल कहानी पढ़ते हैं तो हमें उससे प्रेरणा मिलती हैं एवं राह मिलती हैं। आज में आपको Real Success Story in Hindi में बताने वाला हु।आशा करता हु की आप भी अपने जीवन में बड़े से बड़ा काम कर अपनी खुद की एक Success Story बनाए।
Sundar Pichai Success Story in Hindi
हर भारतीय की गर्व की बात है कि गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई हमारे भारतीय हैं। सुंदर पिचाई केवल गूगल का ही नहीं परंतु गूगल की पैरंट कंपनी अल्फाबेट का अभी सीईओ है। आज के हिसा टिकल में हम बहुत ही टैलेंटेड और इंटेलिजेंट पर्सनालिटी के बारे में जानेंगे। आज हम सुंदर पिचाई की लाइफ को करीब से देखेंगे। पिचाई सुंदरराजन का जन्म 1972 मैं तमिलनाडु के एक शहर मदुरई में एक मिडल क्लास फैमिली में हुआ था। इनके पिता रघुनाथ पिचाई जी.इ.सी नाम की कंपनी में इलेक्टिकल इंजीनियर थे।
इनकी माता मिस.लक्ष्मी इनके जन्म से पहले एक स्टेनोग्राफर का काम करती थी। एक आम मिडल क्लास फेमिली की तरह उस समय इनकी फॅमिली भी एक दो रूम के अपार्टमेंट में रहा करती थी। और उस समय इनकी फाइनेंसियल सिचुएशन का आप इस बात से अंदाज़ा लगा सकते हैं की , इनके पिता को अपने लिए एक स्कूटर खरीदने में ३ साल तक सेविंग्स और वेइट करना पड़ा था। जब वो १४ साल के थे तब जाकर उनके घर लेनलाइन टेलीफ़ोन आया था। सुन्दर पिचाई शुरुआत से ही काफी होनहार और इंटेलिजेंट थे।
इन्होंने 1993 में आई.आई.टी खड़कपुर से अपनी मेटालर्जिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। इंजीनियरिंग कंप्लीट करने के बाद इन्होंने स्टैंडफॉड से शिष्यवृत्ती हासिल की और मटीरियल साइंस एंड सेमीकंडक्टर फिजिक्स में एम.एस करने के लिए यूएस चले गए। तभी सुंदर पिचाई की फ्लाइट का खर्च उसके पिता की 1 साल की सैलरी के बराबर था। कुछ समय का प्लान यह था कि वह एम.एस पूरा करते ही फिर पी.एच.डी की पढ़ाई शुरू कर देंगे।
Labels: jef Bezos, Steve jobs, story, success story in hindi, Sundar Pichai
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home